Since its inception in 1955, the Directorate of Geology & Mining has been actively engaged in search of mineral wealth as well as promotion of scientific development of mineral resources along with conservation and development of mineral based industries in the state.
The Directorate aims to provide access of mineral for sustainable economic growth, equal benefit and prosperity to all the citizens of Uttar Pradesh and to formulate policies and legislations that effectively regulate activities in the Mining and Geology sector.
अपने स्थापना वर्ष 1955 से ही भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय उत्तर प्रदेश खनिज पदार्थों के उत्खनन के साथ-साथ खनिज संसाधनों के वैज्ञानिक विकास को प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु प्रदेश में खनिज आधारित उद्योगों के विकास और संरक्षण के लिए सक्रिय रुप से संलग्न है l
निदेशालय का लक्ष्य प्रदेश के सभी नागरिकों के सतत् आर्थिक विकास , समान रूप से लाभ प्रदान करने एवं उनकी आर्थिक समृद्धि के लिए खनिजों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करना है एवं खनन और भू विज्ञान के क्षेत्र में कार्यवाही को प्रभावी रूप से विनियमित करने हेतु नीति निर्धारण एवं कानून बनाना है l